हायाघाट :- गुरुवार को मिथिलावादी पार्टी के नेतृत्व में 'मैथिल दलित - पिछड़ा संवर्धन यात्रा' के चौथा दिन
By Tahseen Alam
इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य सभी जाति व वर्ग के लोगो का मैथिल
एकीकरण का हैं। मिथिला रहने वाले सभी मैथिल भाषी मैथिल है ।
इस यात्रा के चौथे का पड़ाव बहादुरपुर प्रखंड के उघड़ा से होकर
हायाघाट के लिए प्रस्थान हुई।इस यात्रा का एक मात्र उदेश्य हैं की
दलित पिछड़ा अति पिछड़ा अल्पसंख्यक समाज को संगठन में ज्यादा से ज्यादा जोड़ा जाए बिना हर जाती समुदाय के योगदान के
बिना मिथिला के विकाश का सपना हम नहीं देख सकते हैं संगठन के कई साथी इसी समाज से आते हैं ।
समाज के अंतिम पंक्ति की समस्याओं को आकृष्ट करते हुए यात्रा
आरम्भ की गई है। वर्षो-वर्ष से मिथिला में बन्द पड़े उद्योग धंधा पर
इनकी कोई उद्योग - धंधा से सम्बंधित कोई नीति नही है। शिक्षा
व्यवस्था इनकी माफिया के अंतर्गत है । शिक्षा व्यवस्था ध्वस्त हो
चुकी है। मिथिला के प्रति नियति दोहरी एवं मिथिला विरोधी है।
मिथिला के लोगों का दर्द यही है कि नीतीश के शासनकाल में एक
भी कल कारखाना नहीं लगा है। जो था, वह भी बदहाली की अवस्था
में पहुंच गया। मिथिला के लोगों का सबसे बडा दर्द यही है कि
नीतीश कुमार मिथिला संबंधित किसी मुद्दे को समय पर पूरा होने दे
ही नहीं सकते। कैसे भी करके काम को लटकाएंगे ही। एम्स को 6
साल तक अटका के रखा है।
इस पद यात्रा में अभिषेक यादव , आदित्य मंडल ,बेनीपुर नगर अध्यक्ष संतोष साहू , सुमन यादव, शिव मंडल , मोहन मण्डल, राकेश मांझी, अरुण यादव, बृजमोहन मांझी मुलायम सिंह यादव राहुल साह अभिजीत कश्यप समेत दर्जनों की उपस्थिति रही ।
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