'पठान' और 'एंट-मैन' के फेर में फंसी कार्तिक की 'शहज़ादा', बजट वसूलना भी मुश्किल हुआ

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'पठान' और 'एंट-मैन' के फेर में फंसी कार्तिक की 'शहज़ादा', बजट वसूलना भी मुश्किल हुआ

Kartik Aaryan की Shehzada टिकट खिड़की पर संघर्ष कर रही है. कार्तिक को फिल्म से बड़ी उम्मीदें थीं. उन्होंने ये भी 
दावा किया था कि ये फिल्म 'भूल भुलैया 2' को पीछे छोड़ेगी. मगर ऐसा होता नज़र नहीं आ रहा. 'शहज़ादा' ने 6 करोड़ रुपए की ओपनिंग ली थी. कहा गया कि शनिवार को महाशिवरात्री के मौके पर फिल्म की कमाई में उछाल आ सकता है. ये भी नहीं हुआ. दूसरे दिन फिल्म ने कमाए 6.65 करोड़ रुपए. रविवार को फिल्म ने 7.30 करोड़ रुपए कमाए. जिस फिल्म से कम से कम 50 करोड़ रुपए के वीकेंड कलेक्शन की उम्मीद की जा रही थी. वो 20 करोड़ रुपए का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाई. 'शहज़ादा' का फर्स्ट वीकेंड कलेक्शन रहा 19.95 करोड़ रुपए.

'शहज़ादा' की कमज़ोर कमाई की तमाम वजहें गिनाई जा रही हैं. पहले कार्तिक आर्यन स्टारर ये फिल्म 10 फरवरी को रिलीज़ के लिए शेड्यूल्ड थी. मगर 'पठान' की हुंकार देखते हुए फिल्म को एक हफ्ते आगे खिसका दिया गया. 17 फरवरी को ये पिक्चर सिनेमाघरों में लगी. इसी दिन MCU की फिल्म Ant-Man and the Wasp: Quantumania भी रिलीज़ हुई थी. 'एंट-मैन एंड द वॉस्प', 'शहज़ादा' से अच्छी कमाई कर रही है. 9 करोड़ की ओपनिंग पाने वाली इस फिल्म ने दूसरे दिन 9.80 करोड़ रुपए कलेक्ट किए. यानी दो दिनों का कलेक्शन हुआ 18.80 करोड़ रुपए. बेसिकली जितने पैसे कार्तिक की फिल्म ने तीन दिनों में कमाए हैं, तकरीबन उतने पैसे 'एंट-मैन' ने दो दिनों में ही पीट दिए हैं.  




'शहज़ादा' की राह में दूसरा रोड़ा 'पठान' को बताया जा रहा है. क्योंकि शाहरुख खान की ये पिक्चर रिलीज़ के 25 दिनों बाद भी थमी नहीं है. 'पठान' बीते रविवार तक 495 करोड़ रुपए के पार पहुंच चुकी है. कहा जा रहा है कि ये 500 करोड़ रुपए का आंकड़ा छूने वाली पहली हिंदी फिल्म बनने जा रही है.

खैर, ये तो वो वजहें हो गईं, जो फिल्म की कमज़ोर कमाई के डिफेंस में दी जा रही हैं. मगर असली मसले पर कोई बात नहीं कर रहा. कोई नहीं कह रहा है कि 'शहज़ादा' एक औसत तेलुगु फिल्म का हिंदी रीमेक है. जो कि इन फर्स्ट प्लेस बननी ही नहीं चाहिए थी. दूसरी वजह ये कि कार्तिक आर्यन, अल्लू अर्जुन के स्वैग को मैच नहीं कर पाए. 'अला वैकुंठपुरमुलो' का जो सबसे चर्चित सीन था, वो 'शहज़ादा' से गायब है. कॉन्फ्रेंस रूम वाला सीन/सीक्वेंस. एक मुख्य वजह ये भी है कि 'अला वैकुंठपुरमुलो' ऑलरेडी ओटीटी प्लैटफॉर्म पर अवेलेबल है. लोगों को फिल्म के गाने रटे हुए हैं. ऐसे में किसी फिल्म के रीमेक का सफल होना मुश्किल हो जाता है. 'शहज़ादा' के साथ वही हुआ है.    





'शहज़ादा' टिकट खिड़की से तो अपनी लागत वसूल करती नज़र नहीं आ रही. इस फिल्म को 60-65 करोड़ रुपए के बजट में बनाया गया है. कार्तिक भी फिल्म के प्रोड्यूसर हैं. उन्होंने अपनी फीस का एक बड़ा हिस्सा फिल्म के प्रोडक्शन में लगा दिया. माया मिली, न राम!

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